बुधवार, 29 दिसंबर 2021

shirdi

कबीर परमात्मा पाप का शत्रु है, पाप विनाशक हैं।
कबीर परमात्मा सम्पूर्ण शांति दायक है - यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 32

सोमवार, 20 दिसंबर 2021

Trishul

पृथ्वी लोक पर जो भी सुविधाएं मिल रही हैं, वो देवताओं के माध्यम से मिल रही हैं। उन्हीं के सच्चे मंत्र संत रामपाल जी महाराज बताते हैं।
सत ज्ञान प्राप्त करने के लिए

सोमवार, 13 दिसंबर 2021

mahabhart

💠गीता अध्याय 8 श्लोक 5 तथा 7 में अपनी भक्ति करने को कहा है तथा युद्ध भी कर, निःसंदेह मुझे प्राप्त होगा, परंतु जन्म-मृत्यु दोनों की बनी रहेगी। अपनी भक्ति का मंत्र अध्याय 8 के श्लोक 13 में बताया है कि मुझ ब्रह्म की भक्ति का केवल एक ओम अक्षर है। इस नाम का जाप अंतिम श्वांस तक करने वाले को इससे मिलने वाली गति यानि ब्रह्मलोक प्राप्त होता है।

बुधवार, 8 दिसंबर 2021

mission

संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य है कि पूरी दुनिया से भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी समाप्त हो। संत रामपाल जी के बताये तत्वज्ञान से उनके अनुयायी न तो रिश्वत लेते और न देते हैं। इससे भ्रष्टाचार मुक्त समाज तैयार होगा।

रविवार, 5 दिसंबर 2021

Gita jayanti


🍁पूर्ण मोक्ष गुरु से शास्त्र अनुकूल भक्ति प्राप्त करके ही संभव है जो कि संपूर्ण विश्व में वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी के अतिरिक्त किसी के पास नहीं है

मंगलवार, 30 नवंबर 2021

Guru Gyan

📗भक्ति करना क्यों आवश्यक है? और किसकी भक्ति करनी चाहिए? जानने के लिए अवश्य पढ़ें पुस्तक ज्ञान गंगा।

सोमवार, 22 नवंबर 2021

maharaj

”जिस समय शायरन का आध्यात्मिक जन्म होगा उस दिन अमावस्या होगी। उस विश्व नेता की आयु 16, 20, 25 वर्ष नहीं होगी, वह तरुण नहीं होगा, बल्कि वह प्रौढ़ होगा और वह 50 और 60 वर्ष के बीच की उम्र में संसार में प्रसिद्ध होगा। वह सन् 2006 होगा।“

मंगलवार, 16 नवंबर 2021

panmashala

बॉलीवुड_से_बच्चों_को_बचाओ
फ़िल्मी कलाकारों द्वारा फिल्मों में सरेआम शराब, बीड़ी, सिगरेट, हेरोइन, चरस इत्यादि नशीली वस्तुओं का सेवन करते दिखाया जाता।
क्या ये समाज के हीरो हो सकते हैं?
असली हीरो संत रामपाल जी महाराज जी हैं जो नशा मुक्त स्वच्छ समाज का निर्माण कर रहे हैं।अधिक जानकारी के लिए

गुरुवार, 11 नवंबर 2021

chhth puja

🔔छठ पूजा पर यह मान्यता है कि छठी मैया का व्रत पूरे नियम और विधि-विधान से करने पर निःसंतान को संतान की प्राप्ति होती है।
संत रामपाल जी महाराज हमारे शास्त्रों से प्रमाणित करके बताते हैं कि यहाँ सभी जीव उतना ही पाते हैं, जितना उनके भाग्य में लिखा हुआ है। अगर प्रारब्ध में कोई लेन-देन बाकी नहीं है तो संतान प्राप्ति नहीं होती है। सुख-शांति भी जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी की शरण में ही संभव है।

मंगलवार, 2 नवंबर 2021

Diwali party

🎉दीवाली पर सभी लक्ष्मी पूजा करते हैं। लेकिन फिर भी देवी सब पर प्रसन्न नहीं होती। 
जानें इसका क्या कारण हैं। 
अवश्य पढें पुस्तक "ज्ञान गंगा"

शनिवार, 30 अक्टूबर 2021

Ganga

⛲गंगा नदी का जल पवित्र क्यों है?
गंगा नदी एक ऐसे अमरलोक (सतलोक) से आई है जहां की प्रत्येक वस्तु अमर है, कभी खराब नहीं होती। वहां की हंस आत्माएं भी अमर हैं। उनकी कभी जन्म-मृत्यु नहीं होती। वहां की एक वस्तु सैंपल रुप में यहां काल के लोक में कबीर परमेश्वर जी ने गंगा नदी के रूप में दे रखी है।

बुधवार, 20 अक्टूबर 2021

kabul

हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी
फरिश्ते जिबराईल ने नबी मुहम्मद जी का सीना चाक किया उसमें शक्ति उड़ेल दी और फिर सील दिया तथा एक खच्चर जैसे जानवर पर बैठा कर ऊपर ले गया। वहाँ नबियों की जमात आई, उनमें हजरत मुसा जी, ईसा जी और इब्राहीम

kabul

हज़रत मुहम्मद जी की जीवनी
फरिश्ते जिबराईल ने नबी मुहम्मद जी का सीना चाक किया उसमें शक्ति उड़ेल दी और फिर सील दिया तथा एक खच्चर जैसे जानवर पर बैठा कर ऊपर ले गया। वहाँ नबियों की जमात आई, उनमें हजरत मुसा जी, ईसा जी और इब्राहीम

सोमवार, 11 अक्टूबर 2021

kabul

🕸️आज की भागदौड़ की जिन्दगी में अधिकांश व्यक्तियों के पास स्वयं के लिये सुकून के दो पल भी नहीं हैं, जिसमें शांति से बैठकर वह स्वयं के बारे में गहराई से सोच सके।
मनुष्य जीवन बार बार नहीं मिलता। इसलिये अवश्य पढ़ें पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा।

गुरुवार, 7 अक्टूबर 2021

Balaji

सत्य भक्ति वर्तमान में केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है। जिससे इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान (सनातन परम धाम) प्राप्त हो जाता है जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है तथा गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कहा है कि तत्वदर्शी सन्त से तत्वज्ञान प्राप्त करके, उस तत्वज्ञान से अज्ञान का नाश करके, उसके पश्चात् परमेश्वर के उस परमपद की खोज करनी चाहिए। जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।

शनिवार, 2 अक्टूबर 2021

vegan

⚡मांस खाने वाले शैतान
कबीर, मांस खाय ते ढेड़ सब, मद पीवे सो नीच।
कुल की दुर्मति पर हरै, राम कहे सो ऊंच।।
कबीर परमेश्वर ने मांस खाने वाले को ढेड़ एवं शराब का सेवन करने वाले को नीच कहकर सम्बोधित किया है। तथा राम/परमात्मा की इबादत करने वाले को श्रेष्ठ बताया है। चाहे वह किसी भी जाति या धर्म का व्यक्ति हो।

सोमवार, 27 सितंबर 2021

mahadev

🏡काल लोक/पृथ्वी लोक पर साधना करके जीव कुछ समय स्वर्ग रूपी होटल में चला जाता है। फिर अपनी पुण्य कमाई खर्च करके वापिस नरक तथा चौरासी लाख प्राणियों के शरीर में जाता है। 
सतलोक में भक्ति नष्ट नहीं होती। सतलोक शाश्वत स्थान है। वहां हंस आत्माएं हैं।

बुधवार, 22 सितंबर 2021

pitardos

♦️सत्य भक्ति वर्तमान में केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है। जिससे इस दुःखों के घर संसार से पार होकर वह परम शान्ति तथा शाश्वत स्थान (सनातन परम धाम) प्राप्त हो जाता है जिसके विषय में गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में कहा है तथा गीता अध्याय 15 श्लोक 4 में कहा है कि तत्वदर्शी सन्त से तत्वज्ञान प्राप्त करके, उस तत्वज्ञान से अज्ञान का नाश करके, उसके पश्चात् परमेश्वर के उस परमपद की खोज करनी चाहिए। जहाँ जाने के पश्चात् साधक फिर लौटकर संसार में कभी नहीं आता।

शनिवार, 18 सितंबर 2021

AdiGanesg

♻️ श्री गणेश जी के पिता त्रिलोकीनाथ भगवान शंकर जी भी ध्यान अवस्था में लगे रहते हैं। यानि उनसे ऊपर भी कोई भगवान है जिनका वो ध्यान लगाते हैं।
फिर हमारा मोक्ष गणेश जी की भक्ति व आराधना से कैसे हो सकता है? देखें साधना चैनल 07:30 pm (IST)

रविवार, 22 अगस्त 2021

sishter brodher

🕯️कबीर परमात्मा से बड़ा जीवन रक्षक कोई नहीं है।
प्रत्येक बहन-बेटी को सच्चे परमात्मा को पहचान कर उनकी शरण ग्रहण करनी चाहिए क्योंकि परमात्मा से जोड़ा गया बंधन अटूट होता है।

सोमवार, 9 अगस्त 2021

Rajshtan

🏂"कबीर सागर" के भोपाल बोध में विवरण मिलता है 
जालंधर नगर के राजा भोपाल को परमेश्वर कबीर साहेब ने शरण में लेकर सतभक्ति प्रदान की, सतलोक दिखाया। साथ ही राजा भोपाल की 9 रानियों, 50 पुत्रों और एक पुत्री को शरण में लेने का विवरण है।

Rajshtan

🏂"कबीर सागर" के भोपाल बोध में विवरण मिलता है 
जालंधर नगर के राजा भोपाल को परमेश्वर कबीर साहेब ने शरण में लेकर सतभक्ति प्रदान की, सतलोक दिखाया। साथ ही राजा भोपाल की 9 रानियों, 50 पुत्रों और एक पुत्री को शरण में लेने का विवरण है।

बुधवार, 14 जुलाई 2021

odisha

🏕️एक बार  कबीर परमेश्वर जी वीर सिंह बघेल के दरबार में चर्चा कर रहे थे। अचानक से परमात्मा ने खड़ा होकर अपने लोटे का जल अपने पैर के ऊपर डालना प्रारम्भ कर दिया। सिकंदर ने पूछा प्रभु! यह क्या किया, कारण बताईये। कबीर जी ने कहा कि पुरी में जगन्नाथ के मन्दिर में एक रामसहाय नाम का पाण्डा पुजारी है। वह भगवान का खिचड़ी प्रसाद बना रहा था। उसके पैर के ऊपर गर्म खिचड़ी गिर गई। यह बर्फ जैसा जल उसके जले हुए पैर पर डाला है, उसके जीवन की रक्षा की है अन्यथा वह मर जाता।

शुक्रवार, 9 जुलाई 2021

Delhi

💰आत्महत्या तथा हत्या दोनों परमात्मा के विधानानुसार घोर अपराध हैं। यह किसी भी परिस्थिति में नहीं होना चाहिए। अज्ञानता तथा सामाजिक कुरीतिओं (दहेज, भात, छुछक तक बेटी का खर्च करना, बारात का अधिक आना-बुलाना) के कारण कितनी मासूम कन्याओं की हत्या तथा आत्महत्या हुई है। हम चाहते हैं कि ऐसी गलती कोई ना दोहराए। इसलिए संत रामपाल जी महाराज के सत्संग वचन सुनकर उनसे निःशुल्क जुड़ें ताकि हमारी तरह आप भी सुखी हों, उनसे जुड़ने के बाद जीवन यापन के लिए थोड़ी कमाई से ही काम चल जाएगा। निर्धनता खत्म हो जाएगी। जीवन के सभी दुःख समाप्त हो जाऐंगे।

Delhi

💰आत्महत्या तथा हत्या दोनों परमात्मा के विधानानुसार घोर अपराध हैं। यह किसी भी परिस्थिति में नहीं होना चाहिए। अज्ञानता तथा सामाजिक कुरीतिओं (दहेज, भात, छुछक तक बेटी का खर्च करना, बारात का अधिक आना-बुलाना) के कारण कितनी मासूम कन्याओं की हत्या तथा आत्महत्या हुई है। हम चाहते हैं कि ऐसी गलती कोई ना दोहराए। इसलिए संत रामपाल जी महाराज के सत्संग वचन सुनकर उनसे निःशुल्क जुड़ें ताकि हमारी तरह आप भी सुखी हों, उनसे जुड़ने के बाद जीवन यापन के लिए थोड़ी कमाई से ही काम चल जाएगा। निर्धनता खत्म हो जाएगी। जीवन के सभी दुःख समाप्त हो जाऐंगे।

रविवार, 4 जुलाई 2021

God

🌾कबीर, जीवन तो थोड़ा ही भला, जै सत सुमरन होय।
लाख बरस का जीवना, लेखे धरै ना कोय।।
सत्य साधना बिना बहुत लंबी उम्र हमारे कोई काम नहीं आएगी क्योंकि इस लोक में दुख ही दुख है।
पूर्ण संत से नाम उपदेश लेकर नाम की कमाई करके हम सतलोक के अधिकारी हो सकते हैं। वर्तमान में वह पूर्ण संत रामपाल जी महाराज हैं।

मंगलवार, 29 जून 2021

Maghar Leela

🥁परमात्मा का मगहर से सशरीर सतलोक गमन पंडितों ने गलत मान्यता फैलाई थी की कि काशी में मृत्यु होने से मुक्ति मिल जाती है और मगहर में मृत्यु होने से गधा बनते हैं। लेकिन कबीर साहेब का मानना था कि अगर काशी में ही मुक्ति होती है तो जीवन भर राम-नाम जपने और ध्यान-साधना करने की क्या आवश्यकता। इसलिए कबीर साहेब काशी से मगहर जा पहुँचे।
कबीर साहेब ने अपनी वाणी में भी कहा है की, "लोका मति के भोरा रे,जो काशी तन तजै कबीरा, तौ रामहि कौन निहोरा रे"

शनिवार, 26 जून 2021

kabir shahib prakat diwas

📯कबीर परमात्मा कुंवारी गाय का दूध पीते हैं
सन् 1398 में शिशु रूप में अवतरित कबीर परमेश्वर जी ने 25 दिन तक कुछ नहीं खाया-पिया। लेकिन ऐसा स्वस्थ शरीर था जैसे प्रतिदिन 9 किलो दूध पीते हों। 25 दिन की उम्र में कबीर साहेब लीला करते हुए कहते हैं कि मैं कुंवारी गाय का दूध पीता हूं। नीरू एक बछिया लाया तब शिशु रूपी कबीर परमात्मा कुंवारी गाय का दूध पिया।
गरीब, दूध न पीवै न अन्न भखै, नहीं पालने झूलन्त।
अधर अमान धियान में, कमल कला फुलन्त।।
अन ब्यावर को दूहत है, दूध दिया तत्काल।
पीवै बालक ब्रह्म गति, तहां शिव भये दयाल।।

रविवार, 20 जून 2021

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🐚कबीर परमेश्वर के संविधान अनुसार उनका कृपा पात्र संत ही धरती पर मानव उद्धार करने के लिए प्रकट होता है। वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी ही कबीर परमेश्वर के अधिकारी संत हैं। उनसे तीन चरणों में प्राप्त किए गए नाम मंत्र से भक्तों के पाप कर्म व कष्ट पूर्णतः मिट जाते हैं।

शुक्रवार, 18 जून 2021

Ganpati

🎩मिथक-
कबीर साहेब कलयुग में आये तो वे परमात्मा नहीं हो सकते।
सच्चाई-
कविर्देव (कबीर परमेश्वर) वेदों के ज्ञान से भी पूर्व सतलोक में विद्यमान थे तथा अपना वास्तविक ज्ञान (तत्वज्ञान) देने के लिए चारों युगों में भिन्न-भिन्न नामों से स्वयं प्रकट होते हैं। सतयुग में सतसुकृत नाम से, त्रेतायुग में मुनिन्द्र नाम से, द्वापर युग में करूणामय नाम से तथा कलयुग में वास्तविक कविर्देव (कबीर प्रभु) नाम से प्रकट हुए हैं। 
"सतयुग में सतसुकृत कह टेरा, त्रेता नाम मुनींद्र मेरा।
द्वापर में करुणामय कहाया, कलयुग नाम कबीर धराया।

मंगलवार, 15 जून 2021

#lord

🏹परमात्मा के शरीर में कीलें ठोकने का व्यर्थ प्रयत्न
कबीर साहेब को मारने के लिए एक दिन शेखतकी ने सिपाहियों को आदेश दिया कि कबीर साहेब को पेड़ से बांधकर शरीर पर बड़ी-बड़ी कील ठोक दो। लेकिन जब कील ठोकने चले तो सिपाहियों के हाथ-पैर काम करना बंद हो गए और वो वहाँ से भाग गए और शेखतकी को फिर परमात्मा कबीर साहेब के सामने लज्जित होना पड़ा।

#lord

🏹परमात्मा के शरीर में कीलें ठोकने का व्यर्थ प्रयत्न
कबीर साहेब को मारने के लिए एक दिन शेखतकी ने सिपाहियों को आदेश दिया कि कबीर साहेब को पेड़ से बांधकर शरीर पर बड़ी-बड़ी कील ठोक दो। लेकिन जब कील ठोकने चले तो सिपाहियों के हाथ-पैर काम करना बंद हो गए और वो वहाँ से भाग गए और शेखतकी को फिर परमात्मा कबीर साहेब के सामने लज्जित होना पड़ा।

शनिवार, 12 जून 2021

kabir prakat diwas 24 June

🎇परमात्मा कबीर जी द्वारा नामदेव की झोपड़ी ठीक करना
जब जर्जर हुई झोपड़ी की छत को सही करने के लिए माता ने नामदेव को घास फूस लाने भेजा, तो रास्ते में नामदेव सत्संग सुनने बैठ गए और घास फूस की व्यवस्था नहीं कर पाये तब नामदेव के रूप में परमात्मा कबीर साहेब जी ने आकर उनके घर की छत डालकर झोपड़ी को ठीक किया।

बुधवार, 9 जून 2021

#kabir prakat diwas

📚कबीर सागर अध्याय "जीव धर्म बोध" पृष्ठ 1960 में कबीर जी ने धर्मदास जी को गुरु के लक्षण बताये हैं कि
गुरु के लक्षण चार बखाना। प्रथम वेद शास्त्र का ज्ञाना (ज्ञाता)।।
दूसरा हरि भक्ति मन कर्म वानी। तीसरा सम दृष्टि कर जानी।।
चौथा वेद विधि सब कर्मा। यह चार गुरु गुन जानों मर्मा।।
वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज को छोड़कर विश्व ऐसा कोई धर्मगुरु या संत नहीं है जो सर्व धर्मों के धर्म शास्त्रों के अनुसार ज्ञान देता। इससे स्पष्ट है कि संत रामपाल जी महाराज द्वारा चलाया यथार्थ कबीर पंथ है।

शनिवार, 5 जून 2021

supreme God

600 वर्ष पूर्व काशी में अवतरित हुए परमेश्वर
कबीर जी ने बताया
गुण तीनों की भक्ति में भूल पड़ो संसार।
कहे कबीर निज नाम बिना कैसे उतरो पार ।।
तीन देव की जो करते भक्ति । उनकी कदे ना होवे मुक्ति ।

सोमवार, 24 मई 2021

maa

🕷️काल के एक ब्रह्माण्ड में अन्य लोकों की भी रचना है, जैसे श्री ब्रह्मा जी का लोक, श्री विष्णु जी का लोक, श्री शिव जी का लोक। इसी ब्रह्माण्ड में एक मानसरोवर तथा धर्मराय का भी लोक है तथा एक गुप्त स्थान पर पूर्ण परमात्मा अन्य रूप धारण करके रहता है जैसे प्रत्येक देश का राजदूत भवन होता है। वहाँ पर कोई नहीं जा सकता। वहाँ पर वे आत्माऐं रहती हैं जिनकी सत्यलोक की भक्ति अधूरी रहती है। जब भक्ति युग आता है तो उस समय परमेश्वर कबीर जी अपना प्रतिनिधि पूर्ण संत सतगुरु भेजते हैं। इन पुण्यात्माओं को पृथ्वी पर उस समय मानव शरीर प्राप्त होता है तथा ये शीघ्र ही सत भक्ति पर लग जाते हैं तथा सतगुरु से दीक्षा प्राप्त करके पूर्ण मोक्ष प्राप्त होता

मंगलवार, 18 मई 2021

sad shayri

🕸️ गीता अध्याय 15 के श्लोक 17 में कहा है कि उत्तम पुरुष अर्थात पुरुषोत्तम तो अन्य ही है जिसे परमात्मा कहा जाता है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण-पोषण करता है। वह अविनाशी परमेश्वर कबीर साहेब हैं।
कबीर परमेश्वर की सतभक्ति करके ही हम मोक्ष को प्राप्त कर सकते हैं।

Hindi

💰दहेज के कारण मासूम लड़कियों को गर्भ में ही मार दिया जाता है। लेकिन, अब बेटी बोझ नहीं। 
क्योंकि संत रामपाल जी महाराज दहेज मुक्त भारत बना रहे हैं। 
संत रामपाल जी महाराज के शिष्य बिना दहेज के 17 मिनट में रमैनी (शादी) करके, खुशहाल जीवन जी रहे हैं।

सोमवार, 10 मई 2021

panditji

♦️ जगत के तारणहार संत रामपाल जी महाराज जी के विषय में भविष्यवाणी
अमेरिका की महिला भविष्यवक्ता ‘‘जीन डिक्सन’’ के अनुसार वैचारिक युद्ध के बाद आध्यात्मिकता पर आधारित एक नई सभ्यता सम्भवतः भारत के ग्रामीण परिवार के व्यक्ति के नेतृत्व में जमेगी और संसार से युद्ध को सदा-सदा के लिए विदा कर देगी।

मंगलवार, 4 मई 2021

India

🏂विभीषण और मंदोदरी को मिले थे परमात्मा
"कबीर सागर" में प्रमाण है कि त्रेतायुग में कबीर परमेश्वर जी मुनींद्र ऋषि के रूप में आए थे। विभीषण और मंदोदरी को शरण में लेकर उन्हें नाम उपदेश देकर सत्य भक्ति प्रदान की। पूरी लंका नगरी में केवल वे दोनों ही भक्ति भाव तथा साधु विचार वाले थे। जिस कारण उनका अंत नहीं हुआ।

रविवार, 25 अप्रैल 2021

#mahaveer jaynti

🔹महावीर जैन जी की साधना शास्त्र विरुद्ध थी। भागवत गीता में लिखा है कि जो शास्त्रविधि को त्यागकर मनमाना आचरण करते हैं उनकी न कोई गति होती, न मोक्ष।

गुरुवार, 22 अप्रैल 2021

world

🕯️जब प्रकृति विकराल रूप ढाए,
बीमारियों का कोहराम मच जाए,
विज्ञान कोई उपाय सुझा ना पाए,
हर प्रयत्न बेकार जाए,
निराशा का अंधेरा हर तरफ छा जाए,
तब याद रखो कबीर ही है परमेश्वर हमारा, वही है आत्मा का सच्चा सहारा।

मंगलवार, 13 अप्रैल 2021

Shakti

🔮सतलोक में परमात्मा के शब्द से 16 पुत्र उत्पन्न हुए, वह सब अपने अपने द्वीप में रहते थे। लेकिन अचिंत ने सृष्टि रचना में मदद के लिए अक्षर पुरुष को उत्पन्न किया जो मानसरोवर में सो गया। उसे जगाने के लिए परमात्मा ने ज्योति निरंजन कि उत्पत्ति की। फिर उन तीनों को साथ रहने का आदेश दिया।
बहुत समय उपरान्त क्षर पुरुष (ज्योति निरंजन) ने सोचा कि हम तीनों (अचिन्त - अक्षर पुरुष - क्षर पुरुष) एक द्वीप में रह रहे हैं तथा अन्य एक-एक द्वीप में रह रहे हैं। मैं भी साधना करके अलग द्वीप प्राप्त करूँगा। उसने ऐसा विचार करके एक पैर पर खड़ा होकर सत्तर (70) युग तक तप किया।
- जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज

गुरुवार, 8 अप्रैल 2021

Hindi

📙श्री देवीपुराण के तीसरे स्कंद में प्रमाण है कि इस ब्रह्माण्ड के प्रारम्भ में तीनों देवताओं (श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णु जी तथा श्री शिव जी) का जब इनकी माता श्री दुर्गा जी ने विवाह किया, उस समय न कोई बाराती था, न डी.जे बजा था। श्री दुर्गा जी ने अपने पुत्रों(श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णु जी तथा श्री शिव जी) को तीनों लड़कियां देकर (सावित्री जी, लक्ष्मी जी, पार्वती जी) कहा कि ये तुम्हारी पत्नियां हैं। इनको ले जाओ और अपना-अपना घर बसाओ। तीनों अपनी-अपनी पत्नियों को लेकर अपने-अपने लोक में चले गए जिससे विश्व का विस्तार हुआ।

मंगलवार, 2 मार्च 2021

#Dunya

🗞️अल्लाहु अकबर बेचून नहीं, साकार है। 
55 हदीसों में यह प्रमाण मिलता है कि बाबा आदम से लेकर हजरत मूसा तक, इब्राहिम से लेकर हज़रत मुहम्मद तक वह कादर अल्लाह ही अल-खिद्र (खिज्र) के रूप में आकर मिला। उसकी उम्र हमेशा एकसमान रहती है। उसके हाथों में हड्डियां नहीं हैं। Lataif al-minan (1:84-98) में जिक्र है कि अल-ख़िद्र आज भी जिन्दा है। इससे सिद्ध हुआ अल्लाह साकार है।
🗞️6 दिन में सृष्टि की रचना कर 7वें  दिन तख्त पर विराजमान होने वाला अल्लाह निराकार कैसे हुआ ?
पवित्र क़ुरान शरीफ सूरह फुर्कान 25 आयत 59 में लिखा है कि अल्लाह ने 6 दिन में सृष्टि की रचना की और सातवें दिन तख्त पर विराजमान हो गए।

#Allah

सोमवार, 8 फ़रवरी 2021

Saint Rampal ji maharaj

✨ब्रह्म तथा ब्रह्मा में भेद - एक ब्रह्माण्ड में बने सर्वोपरि स्थान पर ब्रह्म (क्षर पुरुष) स्वयं तीन गुप्त स्थानों की रचना करके ब्रह्मा, विष्णु तथा शिव रूप में रहता है तथा अपनी पत्नी प्रकृति (दुर्गा) के सहयोग से तीन पुत्रों की उत्पत्ति करता है। उनके नाम भी ब्रह्मा, विष्णु तथा शिव ही रखता है। जो ब्रह्म का पुत्र ब्रह्मा है वह एक ब्रह्माण्ड में केवल तीन लोकों (पृथ्वी लोक, स्वर्ग लोक तथा पाताल लोक) में एक रजोगुण विभाग का मंत्री (स्वामी) है। इसे त्रिलोकीय ब्रह्मा कहा है तथा ब्रह्म जो ब्रह्मलोक में ब्रह्मा रूप में रहता है उसे महाब्रह्मा व ब्रह्मलोकीय ब्रह्मा कहा है। इसी ब्रह्म (काल) को सदाशिव, महाशिव, महाविष्णु भी कहा

शुक्रवार, 5 फ़रवरी 2021

sharabi

🌬️सतभक्ति से शराब छूट सकती है।
आज संत रामपाल जी से उपदेश लेकर बहुत लोग शराब छोड़ चुके हैं और उनके परिवार में खुशहाली आई है

मंगलवार, 26 जनवरी 2021

#shiva

🛐  जो व्यक्ति परमात्मा के भक्त को सताते हैं, वह परमात्मा को दुखी करते हैं। जीव परमात्मा का अंश है तो अपने अंश के सुख-दुःख का परमात्मा को भी अहसास होता है। 
कबीर कह मेरे जीव को दुःख ना दिजो कोय, भक्त दुःखाऐ मैं दुःखी मेरा आपा भी दुःखी होय।

सोमवार, 18 जनवरी 2021

#mahadev

💠आदरणीय गरीबदास जी को पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) स्वयं सत्यभक्ति प्रदान करके सत्यलोक लेकर गए थे, तब अपनी अमृतवाणी में आदरणीय गरीबदास जी महाराज ने आँखों देखकर कहाः-
गरीब, अजब नगर में ले गए, हमकुँ सतगुरु आन। झिलके बिम्ब अगाध गति, सुते चादर तान।।

सोमवार, 11 जनवरी 2021

#satlok

सर्व प्रथम केवल एक स्थान ‘अनामी लोक‘ था। पूर्ण परमात्मा उस अनामी लोक में अकेला रहता था। उस परमात्मा का वास्तविक नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है। सभी आत्माऐं उस पूर्ण धनी के शरीर में समाई हुई थी।
- जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी 

शुक्रवार, 1 जनवरी 2021

spiritual Leader Saint Rampal Ji

♦️ संत रामपाल जी के विषय में नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी:
तीन ओर से सागर से घिरे द्वीप में महान संत का जन्म होगा। उस समय नैतिकता का पतन होकर, हाहाकार मचा होगा। वह धार्मिक नेता तत्वज्ञान द्वारा सर्व राष्ट्रों को नतमस्तक करेगा। एशिया में उसके प्रचार में बाधा करना पागलपन होगा।