बुधवार, 13 मई 2020

कन्या भ्रूण हत्या पाप हैं

 कन्या भ्रूण हत्या पाप हैं
परमात्मा की सृष्टि में अन्य प्राणियों की अपेक्षा मानव का विशेष महत्व है, उसमें नर के समान नारी का समानुपात नितांत वांछित है lनर और नारी दोनों के संसर्ग से भावी संतान का जन्म होता है तथा सृष्टि - प्रक्रिया आगे बढ़ती है परन्तु वर्तमान काल में अनेक कारणों से नर-नारी के माध्य लिंक - भेद का वीभत्स रूप सामने आ रहा है जो कि पुरूष - सत्तात्मक समाज में कन्या भ्रूण हत्या का पर्याय बनकर असमानता बढा रहा हैं

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें