ब्रह्मा जी की रात्रि एक हजार चतुर्युग की होती है तथा इतना ही दिन होता है। तीस दिन-रात्रि का एक महीना, 12 महीनों का एक वर्ष, सौ वर्ष का एक ब्रह्मा का जीवन होता है। जब ब्रह्मा जी की मृत्यु होती है उस समय को महाकल्प कहा जाता है मतलब की ब्रह्मा जी के पूरे जीवन के समय को महाकल्प कहा जाता है।
कैंसर की बीमारी आज दुनिया भर में लाईलाज बीमारी के रूप में जानी जाती है।
लेकिन संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर भक्ति करने वाले हजारों अनुयायियों को कैंसर से बिना किसी दवाई के मुक्ति मिल चुकी है। फिर देर किस बात की आप भी संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर सतभक्ति करें और लाईलाज बीमारियों से मुक्ति पायें।