🗞️अल्लाहु अकबर बेचून नहीं, साकार है।
55 हदीसों में यह प्रमाण मिलता है कि बाबा आदम से लेकर हजरत मूसा तक, इब्राहिम से लेकर हज़रत मुहम्मद तक वह कादर अल्लाह ही अल-खिद्र (खिज्र) के रूप में आकर मिला। उसकी उम्र हमेशा एकसमान रहती है। उसके हाथों में हड्डियां नहीं हैं। Lataif al-minan (1:84-98) में जिक्र है कि अल-ख़िद्र आज भी जिन्दा है। इससे सिद्ध हुआ अल्लाह साकार है।