🎨यजुर्वेद अध्याय 19 मंत्र 25, 26 में लिखा है कि जो वेदों के अधूरे वाक्यों अर्थात सांकेतिक शब्दों व एक चौथाई श्लोकों को पूरा करके विस्तार से बताएगा व तीन समय की पूजा करवाएगा। वह जगत का उपकारक संत सच्चा सतगुरु होगा।
इस परमार्थ के कार्य को केवल पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज जी ही कर रहे हैं।
कावङ यात्रा करने से कोई मतलब नहीं है क्योंकि यह शास्त्र विरुद्ध साधना है